गरीब परिवार में जन्म लेने बाली बालिकाओ के पालन पोषण में आने वाली समस्या का निवारण करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने ठोस कदम उठाया है। बालिका जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए उसके जन्म लेने से लेकर वयस्क होने तक का समग्र विकास के लिए राज्य सरकार ने लाडो प्रोत्साहन योजना लागू करने की घोषणा कीहै। इस योजना की शुरुआत एक अगस्त से होगी। इस योजना के अंतर्गत गरीब परिवार की बालिकाओं के जन्म पर ₹1 लाख रुपए का सेविंग बॉन्ड राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।
बालिका की जन्म से लेकर 21 वर्ष की आयु पूरी करने तक राशि का भुगतान 7 किस्तों में डीबीटी के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा। पहली 6 किस्ते बालिका के माता-पिता या अभिभावक के बैंक खाते में जबकि सातवीं किस्त बालिका के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
विभिन्न चरणों में देय राशि
- पहली किस्त: पात्र चिकित्सा संस्थानों में संस्थागत प्रसव के तरह बालिका का जन्म होने पर पहली किस्त ₹2500 रूपये।
- दूसरी किस्त: आयु एक वर्ष एवं समस्त टीकाकरण होने पर दूसरी किस्त ₹2500 रूपये।
- तीसरी किस्त: राजकीय विद्यालय या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर तीसरी किस्त ₹4000 रूपये।
- चौथी किस्त: छठी कक्षा में प्रवेश लेने पर चौथी किस्त ₹5000 रूपये।
- पांचवी किस्त: दसवीं कक्षा में प्रवेश लेने पर पांचवी किस्त ₹11,000 रूपये।
- छठी किस्त: 12वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर छठी किस्त ₹25000 रूपये।
- सातवी किस्त: राजकीय शिक्षण संस्थानों से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने एवं 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर सातवीं किस्त ₹50,000 रूपए।(यह राशि बालिका के बैंक खाते में ट्रांसफर होगी)
क्रम संख्या | अवस्था | राशि (रुपए) |
---|---|---|
1. | बालिका का जन्म (संस्थागत प्रसव) | 2500 |
2. | आयु एक वर्ष एवं समस्त टीकाकरण | 2500 |
3. | पहली कक्षा में प्रवेश | 4000 |
4. | छठी कक्षा में प्रवेश | 5000 |
5. | 10वीं कक्षा में प्रवेश | 11000 |
6. | 12वीं कक्षा में प्रवेश | 25000 |
7. | स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर एवं 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर | 50000 |
राज्य सरकार का इस योजना का मुख्य उद्देश्य बालिका के जन्म को प्रोत्साहन और उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करना है। लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत दी जाने वाली सहायता न केवल माता-पिता की चिंता को काम करेगी, बल्कि उनको एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करेगी। इस योजना से गरीब परिवार में बालिकाओं के जन्म को एक नई पहचान मिलेगी और समाज में उनके महत्व को ओर अधिक बढ़ावा मिलेगा।
लाडो प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने के लिए पात्र परिवारों को निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा और संबंधित विभाग द्वारा दिशा निर्देश का अनुसरण करना होगा। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार का उद्देश्य कोई भी बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में पीछे न रहे और उन्हें अपने सपनों को साकार करने का अवसर मिले।